एक समाज सुधारक एक शराबी को समझाइश दे रहा था….
समाज सुधारक – “तुम शराब पीते हो ?”
शराबी – “हाँ.”
समाज सुधारक – “कब से पी रहे हो ?”
शराबी – “करीब 20 साल से … ”
समाज सुधारक – “रोज़ लगभग कितने की पीते हो ?”
शराबी – “यही कोई 500 रुपये की … ”
समाज सुधारक – “इसका मतलब एक महीने में 500×30= 15000 रुपये की पी जाते हो … ”
शराबी – “हाँ, लगभग …”
समाज सुधारक – “अगर साल भर की जोड़ें तो 15000×12=180,000 की हुई … और जैसा कि तुमने बताया कि 20 साल से पी रहे हो तो अब तक तुम लगभग 180,000×20=360,0000 की शराब पी चुके हो … ”
शराबी – “जी हाँ … ”
समाज सुधारक – “मूर्ख आदमी ! 36 लाख रुपये की अगर तुमने बचत की होती तो जानते हो आज तुम मर्सडीज में घूम रहे होते ?”
शराबी – “आप शराब पीते हैं ?”
समाज सुधारक – “बिलकुल नहीं … ”
शराबी – “तो आपकी मर्सडीज कहां हैं …. ?”
समाज सुधारक – “तुम शराब पीते हो ?”
शराबी – “हाँ.”
समाज सुधारक – “कब से पी रहे हो ?”
शराबी – “करीब 20 साल से … ”
समाज सुधारक – “रोज़ लगभग कितने की पीते हो ?”
शराबी – “यही कोई 500 रुपये की … ”
समाज सुधारक – “इसका मतलब एक महीने में 500×30= 15000 रुपये की पी जाते हो … ”
शराबी – “हाँ, लगभग …”
समाज सुधारक – “अगर साल भर की जोड़ें तो 15000×12=180,000 की हुई … और जैसा कि तुमने बताया कि 20 साल से पी रहे हो तो अब तक तुम लगभग 180,000×20=360,0000 की शराब पी चुके हो … ”
शराबी – “जी हाँ … ”
समाज सुधारक – “मूर्ख आदमी ! 36 लाख रुपये की अगर तुमने बचत की होती तो जानते हो आज तुम मर्सडीज में घूम रहे होते ?”
शराबी – “आप शराब पीते हैं ?”
समाज सुधारक – “बिलकुल नहीं … ”
शराबी – “तो आपकी मर्सडीज कहां हैं …. ?”